नई दिल्ली-दक्षिणी दिल्ली की गोविंदपुरी इलाके में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना घटी है यहां पर एक महिला जो कि अपने ही घर में काम करने वाली नौकरानी के साथ अपने कुछ दोस्तों से गैंगरेप करवाया और न सिर्फ इतना ही बल्कि वारदात के बाद पीडिता की जुबान भी काट दी ताकि वह किसी से कुछ भी बता ना सके।
पुलिस ने नहीं की कोई कार्यवाही।
इस घटना से भी ज्यादा शर्मनाक पहलू यह है कि जिन पुलिस वालों को इस घटना के बाद एक्टिव होकर कार्रवाई करनी चाहिए उन्हीं पुलिस अधिकारियों ने मुकदमा दर्ज करने से भी इंकार कर दिया और पीड़िता की शिकायत भी नहीं सुनी 2 साल के लगातार संघर्ष के बाद सोमवार को साकेत कोर्ट के आदेश के बाद इस मामले में पुलिस के द्वारा मुकदमा दर्ज किया गया है जहां महिला सुरक्षा पर इतनी बातें होती है महिला सुरक्षा को लेकर सरकार इतना सजग होने की बात करती है वहां पर हाल आलम यह है कि गैंगरेप पीड़िता को मुकदमा दर्ज करवाने में 2 वर्ष का समय लग रहा है वह भी कोर्ट के आदेश पर दर्ज हो रहा है|
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पुलिस ने क्या कहा
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़िता बदरपुर इलाके में रहती है और गोविंदपुरी स्थित घर में नौकरानी है पीड़ित युवती की मालकिन मसाज सेंटर चलती है 29 दिसंबर 2022 को महिला ने उसे अपने बेटी के बर्थडे पर कुछ लोगों के लिए खाना बनाने के लिए बुलाया था रात करीब 9:00 बजे घर पर चार-पांच लोग आए थे इनमें से एक युवक ने उससे पानी मांगा इसी दौरान उसका हाथ पकड़ने की कोशिश की इसी बीच मालकिन ने युवति को कोल्ड ड्रिंक में नशे की दवाई पिलाई जिससे कि वह अचेत हो गई|
जब दो दिन बाद उसे होश आया तो उसने देखा कि वह गुरुग्राम स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती है उसके मुंह ,आंख, जीभ , सर और माथे पर गंभीर चोंटे हैं उसकी जीभ भी कटी हुई है वह निजी अंगों में सूजन और दर्द से कराह रही थी इसके बाद जब जानकारी लगी कि उसकी मालकिन ने उसका नाम बदलकर अस्पताल में भर्ती करवाया है और उसके घर वालों को भी जानकारी नहीं दी फिर युवति किसी तरह से अस्पताल से भाग गई और वहां से अपनी जान बचाकर परिजनों के पास पहुंची और परिजनों को सूचना दिया।
जान से मार देने की भी धमकी।
पीडिता के द्वारा यह आरोप लगाया गया है कि आरोपियों ने साजिश के तहत गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया आरोपियों ने बुरी तरह से मारपीट करके उसकी जुबान इसलिए काट डाली ताकि वह किसी को कुछ बता ना सके पीड़िता को आरोपियों के द्वारा जान से मारने की धमकी भी दी गई।
पुलिस की घोर लापरवाही आई सामने लेकिन अब तक कार्यवाही नहीं।
पीडिता ने स्थानीय थाना और दक्षिणी पूर्वी दिल्ली जिला पुलिस के आला अधीकारियों को भी इसकी शिकायत दी थी लगातार शिकायत करने के बाद भी पीडिता की शिकायत पुलिस के द्वारा नहीं सुनी गई और इस मामले में मुकदमा भी दर्ज नहीं किया गया जब पीड़िता साकेत कोर्ट पहुंची और केस दर्ज करने की मांग करते हुए याचीका दायर की पूरा मामला सुनने के बाद साकेत कोर्ट ने पुलिस की लापरवाही मानते हुए पीडिता की शिकायत पर स्थानीय थानेदार को मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है इस मुकदमा दर्ज करने में जो काम तुरंत हो जाना चाहिए था उसे 2 साल लग गए अब पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके जान शुरू किया है लेकिन sho पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है न हीं उस अधिकारी पर कार्यवाही हुई है जिसने मुकदमा दर्ज करने से मना किया था।