मुंबई- भारतीय पुलिस सेवा के वरीष्ठ अधिकारी संजय कुमार सिंह ने व्यक्तिगत कारणों से स्वेच्छिक रिटायरमेंट यानी कि वीआरएस ले लिया है उन्होंने नौकरी छोड़ दी है संजय सिंह वही आईपीएस अधिकारी हैं उन्होंने शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान ड्रग्स छापेमारी मामले में जांच टीम का नेतृत्व किया था और उन्हें क्लीन चिट दिया था उन्होंने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के उच्च पदों पर अपनी सेवाएं दी हैं जब एनसीबी की एक विशेष जांच टीम आर्यन खान के मामले की जांच कर रही थी तो उसका नेतृत्व संजय सिंह कर रहे थे और जीस जांच में आर्यन खान निर्दोष पाए गए थे|
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सरकार ने त्यागपत्र को दी मंजूरी
संजय कुमार सिंह ओडिशा कैडर के 1986 बैच के आइपीएस अधिकारी हैं और वर्तमान में वे नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो मुंबई के महानिदेशक के पद पर तैनात थे उन्होंने इसी साल 19 फरवरी को स्वेच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन दिया था जिसे राज्य सरकार के द्वारा 16 अप्रैल को मंजूरी दे दी गई है उन्होंने बताया की मेरा करियर बहुत अच्छा रहा है मैंने व्यक्तिगत कारणों से नौकरी से रिजाईंन करने का फैसला किया है|
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तेजतर्रार और बहादुर अधिकारियों में शुमार संजय कुमार सिंह
लॉ एंड ऑर्डर को मेनटेन करने और करवाने के लिए प्रसिद्ध संजय कुमार सिंह के द्वारा 2008 और 2015 के बीच केंद्रीय जांच ब्यूरो में सेवाएं दी गई और अपने कार्यकाल के दौरान तमाम हाई प्रोफाइल मामलों को सँभाला गया जिनमें हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला के खिलाफ़ भ्रष्टाचार के आरोप राष्ट्रमंडल खेल 2010 के भ्रष्टाचार मामले शामिल थे इसके अतिरिक्त उन्होंने मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया में अनियमितताएं केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल में भर्ती घोटाला सहित दूसरे मामलों की भी जांच की|