रीवा-मध्यप्रदेश के रीवा जिले के जनपद पंचायत रामपुर कर्चुलियान में पदस्थ उपयंत्री सुमित शर्मा रिश्वत लेते हुए कैमरे में कैद हो गए हैं दरअसल बातचीत किसी काम का पैसा पास करवाने की है जो कि ग्राम पंचायत में हुआ है और उसी सिलसिले में वो15 से ₹16,000 की रिश्वत लेते हुए कैमरे में कैद हुए हैं या भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है हालांकि वायरल वीडियो की पुष्टि लेटेस्ट हिंदी न्यूज़ नहीं करता|
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रीवा जिले में रिश्वतखोरी चरम पर
मध्यप्रदेश के रीवा जिले में खासतौर से पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग में रिश्वतखोरी एवं भ्रष्टाचार चरम पर है यहाँ पर जिला पंचायत सीईओ पर भी समाजिक कार्यकर्ताओं के द्वारा यह आरोप लगाए जाते हैं कि वह भ्रष्टाचारियों का खुला समर्थन करते हैं आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मध्यप्रदेश के रीवा जिले के ग्राम पंचायतों से करोड़ों रुपए तक की वसूली हो चुकी है और लगातार कई मामले सुनवाई में चल रहे हैं वह भ्रष्टाचार सुमित शर्मा जैसे उप यंत्रियों के ही कारण होता है क्योंकि ये हर एक काम में अपना कमीशन फिक्स करते हैं जिसके कारण गुणवत्ताविहीन काम भी होता है और फर्जी तरीके से उसका पैसा भी निकल जाता है|
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अभी तक नहीं हुई है कोई कार्रवाई
उपयंत्री सुमित शर्मा का रिश्वत लेने का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है और अभी तक इस वीडियो के संबंध में किसी भी प्रकार की कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है देखना ये है कि मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव भी ज़ीरो टॉलरेंस नीती की बात करते हैं खासतौर से भ्रष्टाचार के ऊपर वहीं कायदे एवं कानून के मुताबिक भी कोई सरकारी अधिकारी या कर्मचारी इस तरह से रिश्वत नहीं ले सकता यह अपराध की श्रेणी में आता है तो इस संबंध में क्या कार्रवाई होती है|
बिना कमीशन के नहीं निकलता कोई पैसा
ग्राम पंचायत के सरपंचों के द्वारा भी ये आरोप लगाया जाता रहा है और उन्होंने भी नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जब तक वो उपयंत्री एवं कुछ दलालों को पैसा नहीं देते हैं यानी की कमिशन नहीं देते हैं तब तक ग्राम पंचायत में हुए किसी भी काम की प्रशासनिक स्वीकृति एवं वित्तीय स्वीकृति जारी नहीं होती हैयह जो बातचीत हो रही है वह बातचीत भी किसी काम को पास करवाने के एवज में दिए जा रहे कमीशन के विषय में ही हो रही है|