महत्वपूर्ण बिन्दु
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मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना का लाभ देने के लिए मांग रहे थे रिश्वत|
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पहले से ही इनकी कार्यशैली थी संदिग्ध|
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इंदौर लोकायुक्त ने सामाजिक कार्यकर्ता और कंप्यूटर ऑपरेटर को रिश्वत लेते किया गिरफ्तार|
खंडवा – मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में रिश्वतखोरों ने परेशान बच्चों को भी नहीं छोड़ा और मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के तहत आवेदकों को ₹56,000 की सहायता राशि देने के एवज में ₹36,000 की रिश्वत की मांग की इस योजना के तहत मध्यप्रदेश सरकार के द्वारा उन लोगों को अनुदान दिया जाता है जिन्होंने कोरोना काल में या किसी अन्य कारणों से अपने माता-पिता को खो दिया है लेकिन विभाग आवेदक अमर राठौर उसकी बहन को सहायता राशि देने के एवज में लगातार रिश्वत की मांग की जा रही है|
शिक्षा के लिए स्वीकृत की गई थी राशि
पीडित ने बताया कि उसको और उसकी बहन को सरकार के द्वारा आठ माह में 56,000 राशि स्वीकृत की गई थी जिससे लेने के लिए वो महिला एवं बाल विकास कार्यालय में पहुँचे लेकिन उसने रिश्वत की मांग की जाने लगी कार्यालय में पदस्थ सामाजिक कार्यकर्ता मनोज दिवाकर और कंप्यूटर ऑपरेटर संजय जगताप के द्वारा ₹36,000 की मांग की गई और रिश्वत नहीं देने पर योजना का लाभ नहीं देने और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी भी दी|
बच्चों ने सिखाया सबक
रिश्वतखोर सामाजिक कार्यकर्ता और रिश्वतखोर कंप्यूटर ऑपरेटर को सबक सिखाने के लिए बच्चों ने अपने मौसा का सहारा लिया और इंदौर लोकायुक्त शिकायत की इसमें शिकायत का सत्यापन किया गया और बातचीत के दौरान आरोपियों ने ₹36,000 जो तय किए थे उसके सबूत भी दिए गए फिर इसके तहत लोकायुक्त डीएसपी के नेतृत्व में शुक्रवार दोपहर करीब साढे़ 12:00 बजे महिला एवं बाल विकास कार्यालय परिसर स्थित जिला बाल संरक्षण अधिकारी कार्यालय एवं न्यायपीठ बाल कल्याण समिति खंडवा में दबिश देकर आरोपी मनोज दिवाकर और कंप्यूटर ऑपरेटर को ₹36,000 की राशि लेते हुए गिरफ्तार किया|