नई दिल्ली – इंटेलिजेंस ब्यूरो को मिले इनपुट के मुताबिक भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार को जेड कैटगरी की सुरक्षा मिली है बताते चलें कि लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र किसी भी प्रकार की कोई चूक ना हो इसलिए आईबी के इनपुट पर गृह मंत्रालय ने उन्हें यह सुरक्षा देने का फैसला लिया है दरअसल बीते कुछ दिनों में भारत के मुख्य विपक्षी दलों के द्वारा भी यह आरोप लगाए जा चूके हैं कि वे सरकार के इशारे पर काम कर रहे हैं EIC ने मांग की है कि बंगाल में अर्धसैनिक बलों की 100 अतिरिक्त कंपनियां सुरक्षा के लिए तैनात किए जाएं ताकि चुनाव बिना किसी विघ्न के हो सकेचुनाव आयोग के पास भी ऐसे इनपुट्स है कि आने वाले समय में विघ्न उत्पन्न करने का प्रयास किया जा सकता है|
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सुरक्षा बलों के 100 कंपनियां होंगी तैनात
सूत्रों के मुताबिक ये जानकारी मिली है कि चुनाव आयोग के आदेश पर गृह मंत्रालय के द्वारा सीआरपीएफ की 55 कंपनियों और बीएसएफ की 45 कंपनियां तैनात की जानी है चुनाव अधिकारियों की सुरक्षा को सर्वोपरि रखा जाएगा तथा यह भी आदेश दिया गया है कि 15 अप्रैल तक या फिर उससे पहले ही अर्धसैनिक बलों की 100 अतिरिक्त कंपनियों को तैनात कर दिया जाए इससे पहले बुधवार को चुनाव आयोग ने सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों की एक संयुक्त बैठक भी बुलाई थी जिसमें कानून व्यवस्था की स्थिति का जायजा लिया गया था और विस्तृत रूप से चर्चा की गई थी|
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इसलिए पश्चिम बंगाल में की जा रही है तैनाती
पश्चिम बंगाल में अतिरिक्त कंपनियों की तैनाती इसलिए की जा रही है क्योंकि वहाँ चुनावी हिंसा का पुराना इतिहास रहा है जब भी वहाँ पर कोई चुनाव होता है तो वहाँ पर किसी न किसी प्रकार की हिंसा हो ही जाती है इसलिए चुनाव आयोग किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही करना नहीं चाह रहा है बताते चलें कि पश्चिम बंगाल में सात चरणों में चुनाव करवाया जाएगा जिसमें 19 अप्रैल को पहले राउंड की वोटिंग की जाएगी 1 जून को आखिरी चरण का मतदानहोगा इसके अलावा 4 जून को परिणाम आ जाएगा|