सिंगरौली-मध्य प्रदेश का सिंगरौली जिला झोला छाप डॉक्टरों,फर्जी क्लीनिकों और अवैध पैथोलॉजी के चंगुल में जकड़ा हुआ है लेकिन सिंगरौली जिला प्रशासन कार्रवाई करने की बजाय कुंभकर्णी नींद सो रहा है सिंगरौली जिले में अब तक कई लोगों की जान झोलाछाप डॉक्टरों के इलाज के कारण जा चुकी है और कई लोग गंभीर बीमारियों से ग्रसित हो चूके हैं लेकिन इसके बावजूद भी प्रशासन के द्वारा और ना ही पुलिस के द्वारा कोई कठोर और गंभीर कार्रवाई झोलाछाप डॉक्टरों के विरुद्ध की जा रही है जिसके कारण इनका मनोबल बढ़ा हुआ है और ये डीलिवरी तक के गंभीर मामलों में गलत तरीके से लोगों का इलाज कर रहे हैं और जमकर पैसा लूट रहे हैं|
सिंगरौली में संचालित हो रही है अवैध पैथोलॉजी
झोलाछाप डॉक्टर के द्वारा खुद को रेप्युटेटेड दिखाने के लिएअवैध पैथोलॉजी संचालित की जाने लगी है जिससे की ये लगे की ये सारे काम करते हैं जबकि नियम यह है कि बिना पैथोलॉजी एम्डी के कोई भी पैथोलॉजी संचालित नहीं कर सकता और जहाँ तक क्लीनिक संचालित करने का नियम है तो उसमें भी यह प्रावधान है कि बिना पंजीकरण के कोई भी क्लीनिक संचालित नहीं कर सकता|
हजारों की संख्या में अवैध पैथोलॉजी और फर्जी डॉक्टर
लेकिन सिंगरौली जिले में हजारों नहीं बल्कि इस से ज्यादा की संख्या में अवैध पैथोलॉजी और फर्जी क्लीनिक संचालित हो रहे हैं इन पर कार्रवाई करने वाला कोई भी नहीं है गौरतलब है कि जिला मुख्यालय से लेकर सुदूर गांवों तक अवैध पैथोलॉजी और फर्जी डॉक्टरों की भरमार हो गई है जो आम और बड़े पैमाने पर गरीब लोगों को ठग रहे हैं और उनके जीवन को अपने अनुभवहीन चिकित्सा की प्रयोगशाला समझकर इस्तेमाल कर रहे हैं और उन्हें गंभीर से गंभीर बीमारियों के चक्रव्यूह में पहुंचा रहे हैं|
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मरीजों का जमकर हो रहा है आर्थिक शोषण
सिंगरौली जिले में आज से 6 से 7 साल पहले अवैध पैथोलॉजी और क्लीनिक पर कार्रवाई करने और जांच करने का अभियान चलाया गया था लेकिन उसके बाद से प्रशासन ने इनकी सुध नहीं ली है जिसके कारण सिंगरौली जिले के हर एक गली-कूँचे में एक झोलाछाप डॉक्टर उत्पन्न हो चुका है जिसकी अपनी अवैध पैथोलॉजी और अवैध क्लिनिक भी संचालित हो रही है यह आम और गरीब जनता से औने पौने दामों में खराब दवाई कंपनियों की दवाई बेचकर जमकर पैसा कमा रहे हैं जिसके कारण आम जनता और गरीब लोगों को आर्थिक चपत लगने के साथ- साथ शारीरिक नुकसान भी हो रहा है झोला छाप डॉक्टरों के अनुभव और इलाज के कारण जो बिमारी छोटे से खर्च में ठीक हो सकती थी वो ये बिमारी इतनी गंभीर हो जाती है कि लाखों के खर्च के बाद भी ठीक नहीं होती|
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दलालों के संरक्षण में चल रही है फर्जी क्लिनिक
सिंगरौली जिले में कुछ दलाल ऐसे हैं जो कि झोलाछाप डॉक्टरों और फर्जी अवैध पैथोलॉजी संचालित करने वालों का संरक्षण करते हैं या उनसे महीने में पैसे भी लेते हैं और यह दावा करते हैं कि तुम्हें कुछ नहीं होगा प्रशासन चाहे कितनी भी कार्रवाई कर ले हम तुम्हें बचाएंगे और जब इनके खिलाफ़ खबरें लिखी जाने लगती है और कार्रवाई होने लगती है तब यह अचानक से प्रकट होते हैं और इनके समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट करने लगते हैं और प्रशासन को ज्ञापन सौंपने लगते हैं और ये कहते हैं कि झोलाछाप डॉक्टर ही आम लोगों की जिंदगी बचा रहे हैं जबकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं हैं 75% से ज्यादा केस ऐसे होते हैं जो कि झोला छाप डॉक्टरों के द्वारा खराब कर दिए जाते हैं और यह रिपोर्ट सरकार के सर्वे में सामने आ चुकी है|
जिला अस्पताल में बेहतरीन उपचार की व्यवस्था
सिंगरौली जिले में उपचार और स्वास्थ्य सुविधा की बेहतरीन व्यवस्था पहले नहीं थी लेकिन अब काफी उन्नत इंजम हैं है यहाँ पर मेडिकल कॉलेज तो बन ही चुका है इसके अतिरिक्त यहाँ ट्रामा सेंटर पहले से संचालित है जहाँ उपचार की व्यवस्था पहले से बेहतर है क्योंकि कोरोना महामारी के बाद सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं को जांच व उपचार के मामले में बेहतरीन सुविधा संपन्न करने की कवायद शुरू की गई थी जिसके लिए करोड़ों रुपये अब तक खर्च किए जा चूके हैं जिसके कारण जिला अस्पताल में बेहतरीन व्यवस्था हो चुकी है हाँ ये जरूर है की थोड़ी बहुत कमियां हैं लेकिन इसे भी दूर करने का प्रयास किया जा रहा है गौरतलब है कि यहाँ पैथोलॉजी जांच की संख्या बढ़ाई गयी है तो ऐसे उपकरण और मशीन भी लगाए गए हैं जो कि केवल बड़े शहरों के अस्पतालों में ही उपलब्ध थे यहाँ पर अब सिटी स्कैन और अल्ट्रासाउंड भी होने लगा है तथा सभी तरह के रोगों के उपचार की व्यवस्था भी हुई है और बेहतरीन भी स्थापित किए गए हैं|
जिला अस्पताल में इतने तरह की जांच की सुविधा
सिंगरौली जिला अस्पताल में पैथोलॉजी आईसीटीसी, एचआईवी, आरटीपीसीआर जांच ,संग हिमैटोलॉजी, सिरोलॉजी ,बायोकेमिस्ट्री, बैक्टीरियोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी क्लिनिकल पैथोलॉजी मलेरिया टीबी के साथ कैंसर की रक्त से जुड़ी जांच की सुविधा भी उपलब्ध हो चुकी है यहाँ जल्द ही इंटिग्रेटेड लैब भी संचालित किया जाएगा जिससे मरीजों को एक छत के नीचे हर तरह की जांच की सुविधा मिलेगी इससे तीन शिफ्ट सुबह शाम और रात में भी संचालित किया जाएगा इमर्जेन्सी टेस्ट 24 घंटे में संचालित हो सकेंगे यहाँ की व्यवस्था को बढ़ाने के लिए 240 बेड का नया भी बनाया जाएगा|
एनटीपीसी के अस्पताल में भी बेहतरीन व्यवस्था
एनटीपीसी कॉलोनी के अंदर संचालित संजीवनी हॉस्पिटल में भी बेहतरीन व्यवस्था है यहाँ पर फीस भी बहुत ज्यादा नहीं है केवल 100 रुपये है और और डॉक्टर वर्तिका कुलश्रेष्ठ और डॉक्टर अन्तोष कुमार जैसे बेहतरीन डॉक्टर हैं जो कि काफी अनुभवी हैं और मेडिकल की बड़ी-बड़ी डिग्रियां लेकर काम कर रहे हैं काफी विद्वान हैं अब तक इन्होंने हजारों नहीं बल्कि लाखों की संख्या मरीजों का ईलाज करके ठीक किया है जिन्हें गंभीर से गंभीर बिमारी थी और इनसे मिलने और इलाज कराने की जो फीस है वह मात्र ₹100 है झोलाछाप डॉक्टर इसका तीन गुना ज्यादा चार्ज करते हैं|