उज्जैन-कुछ ईमानदार सरकारी अधिकारी और कर्मचारियों को छोड़ दिया जाए तो बाकी भ्रष्ट सरकारी अधिकारी और कर्मचारी रिश्वत को अपना अधिकार समझते हैं बताते चलें कि उज्जैन लोकायुक्त के द्वारा आप पीएचई की सहायक यंत्री साक्षी मिश्रा को सरकारी कार्यालय में ₹60,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है यह कार्यवाही ठेकेदार की शिकायत पर की गई है ठेकेदार के द्वारा 2020 में जल जीवन योजना के तहत घटिया ब्लॉक में पानी की टंकियां जो निर्माण कराई गई थी उसके पेमेंट के लिए बिल लगाया गया था और उसके एवज में आरोपी अधिकारी के द्वारा रिश्वत मांगी जा रही थी|
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भुगतान करने के लिये मांगी रिश्वत
गौरतलब है कि शिकायतकर्ता जो सिविल इंजीनियर हैं और ठेकेदार भी हैं उनका एक फर्म संचालित होता है उन्होंने ₹80,00,000 का काम करवाया था काम छह माह देरी से हुआ था इसके लिए ₹10,00,000 का भुगतान रोक दिया गया था इसे देने के एवज में सहायक यंत्री अधीक्षण यंत्री के नाम पर रिश्वत की मांग कर रही थी लोकायुक्त डीएसपी राजेश पाठक के द्वारा यह बताया गया कि अक्षय पाटीदार निवासी छीरसागर जो की पेशे से सिविल इंजीनियर हैं और पाटीदार मानसश्री के नाम से एक फर्म संचालित करते हैं इसी फर्म को भुगतान करने के एवज में रिश्वत की मांग की जा रही थी|
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अधीक्षण यंत्री पर भी की जाएगी कार्रवाई
डीएसपी राजेश पाठक के द्वारा क्या बताया गया है कि रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार महिला अधिकारी के द्वारा अधीक्षण यंत्री के नाम पर रुपए मांगने की बात सामने आई है हालांकि अधीक्षण यंत्री पर जांच की बात कार्रवाई होगी प्राथमिक तौर पर महिला सहायक यंत्री पर कार्रवाई की जा रही है |