नई दिल्ली-लोकसभा 2024 के परिणाम आने के बाद निस्संदेह भारतीय जनता पार्टी की सबसे बड़ी पार्टी है जिसके पास सबसे ज्यादा सीटें हैं और वह तीसरी बार सरकार भी बना रही है हालांकि भाजपा पूर्ण बहुमत हासिल नहीं कर पाई है वह गठबंधन के सहारे तीसरी बार सरकार बना रही है लेकिन आगे की राह भी भाजपा के लिए काफी कठिन साबित होने वाली है क्योंकि उसके सामने इतिहास का सबसे मजबूत विपक्ष खड़ा है|
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सभी विपक्षी पार्टियां एक तरफ
इतिहास का सबसे मजबूत विपक्ष इसलिए है क्योंकि लोकसभा चुनाव में विपक्षी इंडिया महागठबंधन ने 234 सीटें लाकर अब तक का सबसे बड़ा मजबूत विपक्ष का स्तम्भ खड़ा किया है राहुल गाँधी अखिलेश यादव ,मूला मोइत्रा, उद्धव और सुप्रिया सुले जैसे नेता अब एनडीए के लिए चुनौती पेश करेंगे वहीं रायबरेली व वायनाड से भारी जीत पर भारत जोड़ो यात्रा न्याय, यात्रा संविधान व आरक्षण बचाने की बात करने वाले राहुल की छवि अब गंभीर नेता की हो गई है एक वक्त ऐसा था जब राहुल को गंभीर नेता नहीं माना जाता था लेकिन अब इन्हें गंभीरता की दृष्टि से देखा जाने लगा है|
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अखिलेश यादव भी मजबूती से उभरे
उत्तर प्रदेश में दम तोड़ रही समाजवादी पार्टी को भी लोकसभा चुनाव 2024 ने मजबूती आपके समूह में लाकर खड़ा कर दिया है अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में 37 सीटें अपने नाम की है वहीं बंगाल में टीएमसी ने अपने दम पर 29 सीटें जीत लीं इससे ममता बेनर्जी का हौसला और भी ज्यादा बढ़ गया है वहीं उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना के बेहतर प्रदर्शन के कारण भी उद्धव का मोटिवेशन हाई है और वह बड़े फ्रेम में आ गए हैं वहीं एनसीपी नेता शरद पवार ने भी इस चुनाव में अपनी सीटें बढ़ाई है इससे सुप्रिया सुले भी उनके लिए काफी अहम हो गई है कुल मिलाकर भाजपा के लिए आगे की जो पनघट की डगर है वह काफी कठिन रहने वाली है|