नई दिल्ली-कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकाअर्जुन खड़गे ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हुए वोटर टर्नआउट में देरी और हेरफेर करने जैसे कई गंभीर आरोप लगाए थे जिससे कि चुनाव आयोग ने संज्ञान में लेते हुए शुक्रवार को यह चेतावनी दी है की खड़गे के आरोप बेबुनियाद और बेतुके हैं मतदान के आंकड़े को देने में किसी भी प्रकार की ना तो कोई देरी हुई है और ना ही कोई चूक हुई है|
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चुनाव आयोग ने क्या कहा?
चुनाव आयोग ने यह भी कहा है कि उन्होंने ऐसे आरोप लगाकर लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया पर तीखा हमला करने की कोशिश की है चुनाव के बीच में ऐसे आरोप लगाने से जनता में भ्रम उत्पन्न होता है और निष्पक्ष चुनाव की प्रक्रिया में समस्याएं उत्पन्न होती|
खड़गे को ec ने डी स्पष्ट चेतावनी
चुनाव आयोग के द्वारा स्पष्ट कहा गया है की फाइनल वोटिंग डेटा हमेशा वोटिंग के दिन से ज्यादा ही रहता है 2019 के चुनाव के बाद से हम मेट्रिक्स पर इसे अपडेट कर रहे हैं हमारे डेटा कलेक्ट करने की तकनीक में कोई भी गड़बड़ी नहीं है बताते चलें की खड़गे को तीखे शब्दों में चुनाव आयोग के द्वारा चेतावनी भी दी गई है|
खड़गे के बयान को चुनाव आयोग ने किया खारिज
गौरतलब है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 7 मई को इंडिया अलायंस के नेताओं को एक पत्र लिखा था जिसमें उन्होंने यह आरोप लगाया था कि चुनाव आयोग के डेटा में गड़बड़ी के खिलाफ़ एकजुट होकर आवाज उठानी चाहिए इसी लेटर को चुनाव आयोग ने संज्ञान में लिया था अब आगे से उन्हें कोई भी बयान सोच समझकर देने की सलाह दी गई है इसके अतिरिक्त मल्लिकाअर्जुन खड़गे के द्वारा दिए गए बयान को चुनाव आयोग ने बेतुका और निराधार बताते हुए खारिज कर दिया है|