Top 10 most powerful weapons in mhabhart – भारतवर्ष व सनातन का इतिहास अत्यंत समृद्ध है जब आप सनातन के इतिहास के समुद्र में गोता लगाएंगे तब आपको यहाँ पर ज्ञान से संबंधित असंख्य मोतियों से रूबरू होने का मौका मिलेगा तब आप जान लेंगे की जो आज आप देख रहे हैं वो हजारों साल पहले काफी ऐडवान्स रूप में मौजूद था जैसे कि हम आज आपको बताने जा रहा है|
महाभारत काल के 10 विनाशक हथियारों के बारे में ये हथियार इतने विनाशक और भयंकर थे कि जब इनका संधान किया जाता था तब तीनों लोक कांप उठते थे और सबसे बड़ी खास बात ये थी कि इनका संधान करने की योग्यता सभी योद्धाओं में नहीं होती थी कुछ ही योद्धा थे जो इनका संधान कर सकते थे और ये हथियार उनके पास हुआ करते थे आइए आपको बताते हैं आप यकीन मानिए कि यह जानकारी पढ़कर आपको काफी मज़ा आएगा|
Top 10 most powerful weapons in mhabhart –ब्रह्मास्त्र
महाभारत काल का जो सबसे भयानक अस्त्र था वो ब्रह्मास्त्र था ब्रह्मास्त्र का संधान करने की क्षमता अर्जुन,द्रोणाचार्य, पितामह भीष्म ,परशुराम ,कर्ण जैसे कुछ गिने-चुने योद्धाओं में ही थी इसे संधान करने के लिए भयंकर धनुष की आवश्यकता होती थी और जब यह चलता था तब तीनों लोक कांप उठते थे यह अमोघ अस्त्र था|
जिसे लक्ष्य करके या अस्त्र चलाया जाता था या अस्त्र उसका विनाश करके ही वापस लौटता था द्रोणाचार्य के पुत्र ने अभिमन्यु के पुत्र परीक्षित का वध करने के लिए किसी अस्त्र का प्रयोग किया था और अभिमन्यु के पुत्र की गर्भ में ही मृत्यु हो गई थी परंतु भगवान श्रीकृष्ण ने उन्हें जीवनदान दिया था और वह परीक्षित के नाम से प्रसिद्ध हो गए थे|
Top 10 most powerful weapons in mhabhart -पशुपात अस्त्र
भगवान शिव के अस्त्र को पशुपात अस्त्र के नाम से जाना जाता था इस अस्त्र में भगवान शिव का तेज और उनकी शक्ति विराजमान थी इस अस्त्र का काट किसी भी अस्त्र के द्वारा नहीं किया जा सकता था यह अस्त्र जिसे लक्ष्य करके चलता था उसका विनाश करके ही वापस लौटता था इसे संधान करने की क्षमता भी कुछ गिने चुने गए योद्धाओं में थी अर्जुन के पास पशुपात अस्त्र महाभारत काल में था बाकी ऐसे कोई योद्धा नहीं थे जिनके पास इस बात का उल्लेख हो कि उनके पास पशुपात अस्त्र मौजूद हो|
Top 10 most powerful weapons in mhabhart -सम्मोहन अस्त्र
सम्मोहन अस्त्र इतना भयंकर अस्त्र था कि जब कोई योद्धा इसे अपने शत्रुघ्न संधान करके चलाता था तब उसके शत्रु सम्मोहित हो जाते थे वह यह भूल जाते थे कि वो किस लिए युद्ध भूमि में उपस्थित हुए हैं और इस तरीके से भ्रमित हुए योद्धाओं के ऊपर विजय पाना आसान हो जाता था|
Top 10 most powerful weapons in mhabhart -यमास्त्र
यह यमराज का यमास्त्र था रामायण काल में भी जब लक्ष्मण एवं मेघनाद के बीच में युद्ध हो रहा था तब मेघनाथ ने विभीषण को मारने के लिए यह अस्त्र का ही प्रयोग किया था जिसे लक्ष्मण ने अपने तेजोमयी बाण से काट दिया था यह अस्त्र महाभारत काल में भी मौजूद था यह अस्त्र जिसके ऊपर चलता था तो उसका विनाश करके ही वापस लौटा था इसके अंदर में सबसे बड़ी क्षमता ये थी कि जब इस अस्त्र का संधान किया जाता था तब उस व्यक्ति को जिसके ऊपर क्या संधान किया गया है उसे यमराज साक्षात दिखते थे|
![Most dangerous weapons used in Mahabharat](http://www.latesthindinews.in/wp-content/uploads/2025/02/istockphoto-1197028846-612x612-1.jpg)
Top 10 most powerful weapons in mhabhart -सुदर्शन चक्र
सुदर्शन चक्र भगवान श्रीकृष्ण का अस्त्र है यह अस्त्र अत्यंत भयंकर विनाशक और कल्याणमयी है इस अस्त्र का प्रयोग भगवान श्रीकृष्ण दुष्टों का नाश करने के लिए करते थे और इसी अस्त्र का प्रयोग करके उन्होंने शिशुपाल का वध किया था और इसके अतिरिक्त भी तमाम राक्षसों का वध सुदर्शन चक्र के द्वारा ही किया गया था हालांकि महाभारत काल में भगवान श्रीकृष्ण ने शस्त्र न उठाने की प्रतिज्ञा की थी लेकिन पितामह की युद्ध कला को देखते हुए उन्होंने सुदर्शन चक्र धारण कर लिया था इस अस्त्र का काट भी किसी के पास नहीं होता था|
![Brahmastra – The ultimate destruction weapon in Mahabharat](http://www.latesthindinews.in/wp-content/uploads/2025/02/istockphoto-1733905944-612x612-1.jpg)
Top 10 most powerful weapons in mhabhart –अग्नि अस्त्र
वर्तमान समय में आपने मिसाइल के बारे में सुना होगा लेकिन यह मिसाइल से कई लाख गुना ज्यादा खतरनाक अस्त्र था इसमें साक्षात अग्निदेव की शक्ति हुआ करती थी और यह महा विस्फोटक अस्त्र था इसका प्रयोग जब किसी व्यक्ति के ऊपर किया जाता था तब उसके चिथड़े उड़ जाते थे इसे संधान करने के लिए जो योग्यता अर्जित करनी होती थी वो सबके बस की बात नहीं थी इस योग्यता को अर्जित करने के लिए कठोर साधना की आवश्यकता होती थी|
Top 10 most powerful weapons in mhabhart -इंद्रास्त्र
यह इंद्रदेव का असर था जब इंद्रदेव ब्राह्मण वेश में आकर कर्ण से कवच कुंडल मांग ले गए थे तब सूर्यदेव की आज्ञा से कर्ण ने इंद्र देव से यही अस्त्र अर्जुन के वध के लिए मांगा था तब इंद्रदेव ने कहा था कि यह अस्त्र अमोघ है यानी की इसका प्रहार कभी खाली नहीं जाता है और इस अस्त्र का प्रयोग तुम एक बार ही कर सकते हो अगर इस अस्त्र का प्रयोग कर्ण घटोत्कच के ऊपर नहीं करता तो अर्जुन को बचा पाना संभव नहीं था क्योंकि इंद्राज का प्रयोग करण अर्जुन के ऊपर ही करने वाले थे लेकिन श्रीकृष्ण की लीला ऐसी हुई कि उन्हें इस अस्त्र का प्रयोग कहीं और करना पड़ा|
Top 10 most powerful weapons in mhabhart -वज्र
यह महर्षि दधीचि की अस्थियों के द्वारा बनाया गया एक कठोर अस्त्र हैं जिससे कि देवताओं के राजा इन्द्र धारण करते थे यह अस्त्र काफी कठोर था और इसका उपयोग वह दानवों का संहार करने के लिए किया करते थे हालांकि कुछ धनुर्धर भी थे जिसमें कि अर्जुन द्रोणाचार्य और पितामह भीष्म कर्ण जैसे योद्धाओं के पास भी वज्रास्त्र था|
Top 10 most powerful weapons in mhabhart -नाग अस्त्र
इसमें सभी नागों की शक्ति समाहित थी महाभारत काल में जो नाग थी वो काफी ताकतवर हुआ करते थे जब इस अस्त्र को किसी व्यक्ति के ऊपर चलाया जाता था तब उस समय की सबसे जहरीले नाग उस व्यक्ति को जाकर डस देते थे जिसके कारण उसकी मृत्यु हो जाया करती थी|
Top 10 most powerful weapons in mhabhart –गरुँण अस्त्र
भगवान गरुड़ भगवान विष्णु के वाहन हैं वह परम शक्तिशाली है उनकी जो समझना बताई गई है वो अत्यंत विशाल है तो जो गरुड़ अस्त्र हुआ करता था उसमें भगवान गरुड़ का सर्वोच्च बल शामिल हुआ करता था यह अस्त्र जब किसी के ऊपर चलता था तब इस का प्रहार इतना भयंकर होता था कि उस व्यक्ति या योद्धा की मृत्यु निश्चित हो जाती थी इसका प्रयोग नाग अस्त्र को काटने के लिए भी किया जाता था|
Top 10 most powerful weapons in mhabhart -वरुणास्त्र
वरुणास्त्र का प्रयोग भयंकर वर्षा कराने के लिए किया जाता था इस अस्त्र का प्रयोग करने से युद्ध भूमि में भयंकर वर्षा होती थी और उस वर्षा के कारण बाढ़ आ जाती थी जिससे कि उस समय सैनिकों को काफी नुकसान हुआ करता था लेकिन इसका जो काट है अग्नि अस्त्र से किया जाता था जब वरुण अस्त्र चलाया जाता था तब उस के तौर पे अग्नि अस्त्र चला दिया जाता था जिससे कि यह अस्त्र निष्फल पर हो जाया करता था हालांकि यह काफी महाभयंकर अस्त्र था|