Record of taking loan from credit card broken, expenditure increased by 27 percent-भारत में लोग जमकर कर्जा ले रहे हैं और अंधाधुंध तरीके से खर्च भी कर रहे हैं रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा जारी किए गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक क्रेडिट कार्ड से लोन लेने का रिकॉर्ड पिछले पांच सालों में टूट गया है रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2023-24 में क्रेडिट कार्ड से खर्च सालाना आधार से 27 फीसदी बढ़कर ये 3.26,00,000 करोड़ रुपये हो गया जबकि यह 1 साल पहले करीब 14,00,000 करोड़ रुपए था इस बात को दर्शाता है कि भारत में लोग अपनी हैसियत से ज्यादा खर्च कर रहे हैं और उसके लिए वो जमकर कर्जा भी ले रहे हैं|
त्योहारी मौसम में हुई जमकर खरीदारी
आंकड़े के मुताबिक मार्च 2024 में क्रेडिट कार्ड से जो खर्च हुआ था वो 10.07 फीसदी बढ़कर 1.64,00,000 करोड़ रुपये हो गया मार्च में त्योहारी मौसम व वित्त वर्ष की समाप्ति के वजह से क्रेडिट कार्ड से लोगों के द्वारा जमकर खर्च किया गया फरवरी 2024 में एक क्रेडिट कार्ड से खर्च 1.49,00,000 करोड़ रुपए था|
फावेयर इस रेटिंग्स केस एडिशनल डायरेक्टर सौरभ भालेराव ने बताया कि त्योहारी मौसम और वित्त वर्ष का आखिरी महीना होने के कारण मार्च में क्रमिक आधार पर लेनदेन जबरदस्त तरीके से किया गया क्रेडिट कार्ड से खर्च निरंतर बढ़ता रहेगा जबकि व्यापक आधार पर नियामकीय जांच के कारण यह खर्च सुस्त पड़ने की उम्मीद है इसी के साथ लोग कर्ज के बोझ तले भी दबते जा रहे हैं क्योंकि वो अपने हैसियत से ज्यादा महंगी चीजों को खरीद ले रहे हैं जिनकी ईएमआई चुकाने में वे असमर्थ है लेकिन क्रेडिट कार्ड की बदौलत वो के चक्कर में भी फंसते जा रहे हैं|
कमाई कम खर्च ज्यादा
मार्च 2024 में बैंको से जारी क्रेडिट कार्ड की कुल संख्या काफी ज्यादा बढ़ गई है सिस्टम में मार्च तक जारी कुल क्रेडिट कार्ड की संख्या10.10लाख करोड़ के पार पहुँच गई है इससे अवधि में यह बात भी तय है कि आने वाला जो वित्तीय वर्ष होगा उस समय क्रेडिट कार्ड से खर्चा और भी ज्यादा बढ़ जाएगा क्योंकि आज लोग दिखावे और कई तरह की चीजों से प्रभावित होकर के जमकर खरीदारी कर रहे हैं चाहे उनके पास पैसा हो पैसा हो तो ठीक है नहीं हो तो वो कर्जा लेकर सामान खरीद रहे अगर उनके पास पैसा है भी तो उनका सपना उस पैसे से ज्यादा महंगी चीज़ खरीदने का होता है जिसके कारण वो क्रेडिट कार्ड से जमकर लोन ले रहे हैं|