सिंगरौली-सिंगरौली जिले की स्कूली शिक्षा व्यवस्था लगभग बेपटरी हो चुकी है चितरंगी ब्लॉक के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूली शिक्षा व्यवस्था के विषय में बात की जाए तो परिणाम काफी डरावनी है ताजा मामला निकलकर सामने आया हैचितरंगी ब्लाक का जहाँ DPC रामलखन शुक्ला और बीआरसीसी के संयुक्त निरीक्षण में यह बात सामने आई है गौरतलब है कि डीपीसी और बीआरसी का संयुक्त दल बुधवार को चितरंगी के खटाई संकुल केंद्र अंतर्गत प्राथमिक शाला खैरहनी और जन शिक्षा केंद्र ने खैरहाँ अंतर्गत प्राथमिक पाठशाला में पठन पाठन की जांच करने पहुंचा तब जांच दल को इन शालाओं में ताला लटका हुआ मिला तमाम तरह की कमियां मिलीं|
छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़
कुछ लापरवाह सरकारी शिक्षक छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं बताते चलें है कि उन्हें सैलरी तो मिल ही जाती है छात्र पढ़ें या ना पढ़े सूत्रों के मुताबिक दोनों अधिकारियों का निरीक्षण दल दोपहर करीब 1:30 बजे प्राथमिक शाला खैराही पहुंचा तो वहाँ पर ताला लटका हुआ मिला मौके पर ग्रामीण जन भी मिले जिनसे पूछ्ताछ की गई तो पता चला है कि इस सत्र में तो शाला 1 दिन भी संचालित नहीं हुई है जानकारी के मुताबिक इस शाला में शिक्षक संख्या शून्य होने के कारण वहाँ शिक्षक दीपक कुमार गुप्ता की स्थापना की गई थी लेकिन वह शाला में जाते ही नहीं हैं मुफ्त की तनख्वाह लेते हैं हालांकि संबंधित शिक्षक पर क्या कार्रवाई हुई है इस संबंध में अभी कोई जानकारी नहीं है|
स्कूलों में रोज़ नहीं जाते हैं शिक्षक
जांच दल को ग्रामीणों के द्वारा यह भी बताया गया कि प्राथमिक पाठशाला धौरहवा अंतर्गत विद्यालय हमेशा 3:30 बजे बंद हो जाता है यहाँ पर शिक्षक पढ़ाने के लिए नहीं जाते बताया यह भी जा रहा है कि शिक्षक ज्ञान माला गुप्ता एवं राम कृपाल पाठक की यहाँ पर पोस्टिंग है ग्रामीणों ने इस स्पष्ट तौर पर यह बताया कि विद्यालय रोज़ एक से 1:30 बजे तक बंद हो जाता है कभी-कभार 3:30 बजे तक चलता है यहाँ पर शिक्षक भी रोज़ नहीं पहुंचते हैं कुल मिलाकर यह छात्रों के भविष्य को चौपट कर रहे हैं|