सिंगरौली -रिवा स्थित अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय से संबद्ध जीतने भी कॉलेज है उन कॉलेजों में अभी वार्षिक परीक्षा तो छोड़ दीजिये प्रैक्टिकल और CCE परीक्षा नहीं ही हुआ है लगातार आवाज उठाने के कारण अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के द्वारा मजबूरी में अभी सीसीई परीक्षा और प्रैक्टिकल परीक्षा ली जा रही है और वार्षिक परीक्षा कब होगी इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है क्योंकि अभी तक वार्षिक परीक्षा का शेड्यूल अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के द्वारा जारी नहीं किया गया है आपको जानकर हैरानी होगी कि मध्य प्रदेश के तमाम विश्वविद्यालयों का परीक्षा शेड्यूल या तो जारी हो गया है या फिर उनकी परीक्षाएं चल रही हैं लेकिन अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय अभी वार्षिक परीक्षा के नाम पर कुंभकर्णी निद्रा में सो रहा है जिससे कि छात्रों का भविष्य अंधकार मय हो रहा है|
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अभी तक नहीं हुई परीक्षा नया सत्र कब
उच्च शिक्षा विभाग के द्वारा जो कैलेंडर जारी किया गया है उसके मुताबिक 16 मई से कॉलेज चलो अभियान के तहत प्रवेश प्रक्रिया पूरी कर दीक्षारंभ कार्यक्रम के साथ है पढ़ाई लिखाई शुरू कर देनी हैं लेकिन सबसे आश्चर्य की बात है कि अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा से संबद्ध कॉलेजों में अभी तक वार्षिक परीक्षाएं पिछले सत्र की संपन्न नहीं हुई है नया सत्र शुरू होने की बात ही छोड़ दीजिये लीड कॉलेज के कुछ प्राध्यापकों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया है की अभी तक अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय का वार्षिक समय सरिणी भी जारी नहीं हो सका है 2 दिन पूर्व शारीरिक शिक्षा विभाग की फिजिकल एजुकेशन और डाइट एंड न्यूट्रिशन की प्राइवेट परीक्षा अभी शुरू हुई है|
जो परीक्षा मध्य में होनी थी वो अभी हो रही है
गुरुवार को लीड कॉलेज के विभागाध्यक्ष डॉ विनोद सिंह की उपस्थिति में डाइट एंड न्यूट्रिशन की छात्रों की परीक्षा संपन्न हुई वहीं एमएससी के छात्रों का सीसीई का दूसरा पेपर शुरू हुआ अतिथि विद्वान शारदा शाह के द्वारा यह बताया गया कि शुक्रवार को चौथे पेपर संग एमएससी जियोलॉजी खत्म होगा उसके बाद एमएससी केमिस्ट्री की सीसीई परीक्षा होगी दूसरी पाली में एमए के छात्रों के सीसीई परीक्षा होगी यह वहा एग्ज़ैम है जो की शिक्षण सत्र के मध्य में या फिर तिमाही में कराया जाता है लेकिन यह परीक्षा साल के अंत में हो रही है तो आप अंदाजा लगा सकते हैं की वार्षिक परीक्षा कब होगी तो ऐसे में जो कोर्स 2 साल का है वो 3 साल का हो गया और जो कोर्स 4 साल का है वो 5 साल का हो गया|
सिर्फ नाम बदला शिक्षा व्यवस्था बद से बदतर
बिलौंजी स्थित लीड कॉलेज का नाम बदलकर प्रधानमंत्री एक्सीलेंस कॉलेज तो कर दिया गया है लेकिन शिक्षा व्यवस्था बुरी से बुरी स्थिति में है यहाँ पर वर्तमान सत्र में बीए,बीएससी, बीकाम के पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने वाले छात्रों की क्लास तो छोड़ दीजिये अभी जानकारी देने के लिए वॉट्सऐप ग्रुप तक नहीं बना है क्योंकि उन्हें पढ़ाने के लिए प्रोफेसर ही नहीं है और जो प्रोफेसर है वो बच्चों को पढ़ाने में रुचि भी नहीं लेते हैं आखिर रुचि ले भी तो ले कैसे उनके पास भी कोईठीक ठाक स्तर का ज्ञान नहीं है|