What should you do if someone files a false case against you?– यहाँ पर हम आपको झूठे केस से बचने के कई तरीके बताएंगे जो कि भारतीय न्याय संहिता 2023 में अंतर्निहित किए गए हैं यह आप को झूठे केस से पूरी तरह से सुरक्षित तो रखते ही है साथ ही में उस व्यक्ति के खिलाफ़ भी कार्यवाही सुनिश्चित करते हैं जो किसी भी व्यक्ति को फंसाने के लिए झूठे मुकदमे या शिकायत दर्ज करवाता हो|
What should you do if someone files a false case against you? झूठे मुकदमो से डरे नहीं
अगर कोई भी व्यक्ति चाहे वह कितना ही ताकतवर क्यों ना हो अगर आपके खिलाफ़ किसी भी मामले में चाहे रेप के मामले में या फिर दहेज के मामले में या या एससी/एसटी के मामले में जो कि काफी ज्यादा दुरुपयोग में देखने को पाया जाता है आपके खिलाफ़ कोई एफआइआर करता है और वह एफआइआर झूठी हैं तो आपको डरने की जरूरत नहीं है आपको इन तरीकों को अमल में लाना है जिन्हें हम आपको बता रहे हैं ये ऐसे तरीके और सलाह है जिन्हें आप को वकील भी नहीं देते क्योंकि इसका पालन करने पर केस जल्दी खत्म हो जाता है और अधिकांश वकील ये नहीं चाहते की आपका केस जल्दी खत्म हो|
What should you do if someone files a false case against you?-पुलिस स्टेशन में झूठी शिकायत करने की स्थिति में
यह काफी सामान्य बात है कि अगर आपने किसी प्रभावशाली व्यक्ति के खिलाफ़ आवाज उठाई या आप अपने जिंदगी में आगे बढ़ रहे हैं या किसी से कोई विवाद है तो तो आस-पड़ोस के लोग आपके खिलाफ़ पुलिस में झूठी शिकायत या मुकदमा दर्ज करवा देते हैं तो पुलिस स्टेशन में अगर आपके खिलाफ़ कोई झूठा मुकदमा दर्ज करवाता है तो आप अपने जिले के पुलिस अधीक्षक के पास उस मुकदमे की जांच हेतु आवेदन दे सकते हैं और अगर उस जांच में यह मुकदमा फर्जी पाया जाता है तो आप संबंधित व्यक्ति के खिलाफ़ जिसने आपके खिलाफ़ झूठा मुकदमा दर्ज करवाया है उसके खिलाफ़ भारतीय न्याय संहिता की धारा 217 के तहत मुकदमा दर्ज करवा सकते हैं|
What should you do if someone files a false case against you?-सार्वजनिक रूप से लांछन लगाने की स्थिति में
इसके अतिरिक्त अगर कोई भी व्यक्ति आपको सोशल मीडिया पर या फिर सार्वजनिक स्थान पर किसी भी प्रकार के ऐसे लांछन लगाता है जिसमें कि उसे इस बात का विश्वास है कि जो बात वहाँ आप के विषय में बोल रहा है वह पूरी तरीके से असत्य और भ्रामक है तो ऐसी स्थिति में आज उस व्यक्ति पर मानहानि का दावा कर सकते हैं मानहानि भारतीय न्याय संहिता की धारा 356 के तहत होती है|
What should you do if someone files a false case against you?-दो प्रकार की होती है मानहानि
मानहानि दो प्रकार की होती है पहली आपराधिक मानहानि होती है दूसरी सिविल मानहानि होती है लेकिन इन दोनों मानहानि में से आप किसी एक केस को ही कर सकते हैं सिविल मानहानि में आप जुर्माने की मांग न्यायालय में कर सकते हैं और क्रिमिनल मानहानि में संबंधित व्यक्ति को जेल भी भेजवा सकते हैं और जुर्माना भी मांग सकते हैं इसके साथ ही अब इसमें एक नई सजा जोड़ दी गई है वह सामुदायिक सेवा की सजा है मामला साबित होने पर उस व्यक्ति को सामुदायिक सेवा करने का भी आदेश दिया जा सकता है|
What should you do if someone files a false case against you? न्यायालय में मुकदमा झूठा साबित होने की स्थिति में
अगर आपके ऊपर किसी ने कोई मुकदमा किया है और पुलिस ने जांच करके अंतिम आरोप पत्र जिला एवम सत्र रहने में दाखिल कर दिया है और मुकदमे का विचारण माननीय न्यायालय के द्वारा किया जा रहा है और विचारण के पश्चात आप उस मुकदमे में दोष मुक्त कर दिए जाते हैं यानी की बरी कर दिए जाते हैं और वह मुकदमा खारिज कर दिया जाता है|
What should you do if someone files a false case against you?
तब आप उस व्यक्ति के खिलाफ़ माननीय न्यायालय में झूठा मुकदमा प्रस्तुत करने के लिये विशेष स्थिति में भारतीय न्याय संहिता की धारा 248 के तहत मुकदमा दर्ज करवा सकते है इसमें सामान्य मामलों में दो वर्ष की सजा और ₹10,000 तक का जुर्माना है लेकिन ऐसे मामले जिसमें की उम्रकैद और मृत्युदंड की सजा है उन मामलों में 10 वर्ष तक की भी सजा के प्रावधान हैं और ₹5,00,000 तक का जुर्माना है|
What should you do if someone files a false case against you?–मुकदमा रद्द करने के लिए जा सकते हैं हाइकोर्ट
मुकदमा या जिसे प्रथम सूचना रिपोर्ट भी कहा जाता है वह अगर उपयुक्त तरीकों से रद्द नहीं होता है और आपको पूरा विश्वास है कि वह मुकदमा झूठा या फर्जी य FIR है तब आप मुकदमा रद्द करने के लिए कानून में बताए गए ब्रह्मास्त्र का प्रयोग कर सकते हैं भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता(BNSS) की धारा 528 जिसमे की उच्च न्यायालय के पास किसी भी एफआइआर को किसी भी स्टेज पर रद्द करने की अंतर्निहित शक्ति है के तहत माननीय उच्च न्यायालय में जा सकते हैं लेकिन यहाँ आपको एक विशेष सावधानी रखनी होगी कि आपके पास एक बेहतरीन अधिवक्ता होना चाहिए जो आपकी बात को बेहतरीन तरीके से माननीय उच्च न्यायालय के समक्ष रख सके|
What should you do if someone files a false case against you?–झूठा मुकदमा दर्ज करवाने वाले दया के पात्र नहीं
अगर कोई भी व्यक्ति किसी भी व्यक्ति के खिलाफ़ झूठा मुकदमा या शिकायत दर्ज करवाता है तो वह किसी भी तरीके से दया का पात्र नहीं हैं चाहे वह किसी भी जाति ,समुदाय एवं धर्म का व्यक्ति ही क्यों ना हो अगर वह आपके खिलाफ़ झूठी शिकायत करवाता है और वह शिकायत असत्य पाई जाती है तो आप उसके खिलाफ़ झूठी शिकायत या झूठा मुकदमा करने का मुकदमा जरूर करवाएं और उसे जेल भिजवाएं अगर आप ऐसा करते हैं तो आप समझिये कि अब समाज के एक तरीके से आप सेवा कर रहे हैं|