Cm helpline online complaint- मध्यप्रदेश के रीवा जिले की कलेक्टर प्रतिभा पाल की कार्यवाही से रीवा जिले के सभी लापरवाह अधिकारियों में हड़कंप मच गया है हालांकि यह कार्रवाई ऊंट के मुँह में जीरा है क्योंकि सीएम हेल्पलाईन को लेकर शासकीय अधिकारी काफी लापरवाह दिखाते हैं अगर उनके ऊपर कठोर व उचित तरीके की कार्रवाई नहीं हुई तो वो इसी तरीके से आम जनता को परेशान करते रहेंगे फिलहाल आपको बताते चलें कि मध्यप्रदेश के रीवा जिले के कलेक्टर प्रतिभा पाल के द्वारा सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के विरुद्ध सख्त तरीके से कार्रवाई की जा रही है|
जनपद सीईओ की वेतनवृद्धि रोकने का आदेश
रीवा जिले की कलेक्टर प्रतिभा पाल के द्वारा रायपुर कर्चुलियान के जनपद पंचायत के सीईओ के फ़ीड में अधिक लंबित शिकायत होने वाला लापरवाही बरतने पर उनकी वेतनवृद्धि रोकने के निर्देश दे दिए गए हैं आपको बताते चलें की रायपुर कर्चुलियान की जनपद पंचायत के सीईओ लगातार शिकायतों की अवहेलना कर रहे थे तथा जो वरीष्ठ स्तर से निर्देश प्राप्त हो रहे थे उन्हें भी मनाने में वह असफल साबित हो रहे थे जिसके बाद कलेक्टर के द्वारा यह निर्णय लिया गया है|
आगे भी की जाएगी कार्रवाई
कलेक्टर कार्यालय की ओर से प्राप्त जानकारी के मुताबिक सीएम हेल्प लाइन की शिकायतों की समीक्षा के दौरान कलेक्टर प्रतिभा पाल के द्वारा सभी अधिकारियों को इस आशय के निर्देश दिए गए हैं कि प्राप्त शिकायतों को संतुष्टिपूर्वक बंद कराएं तथा मांग आधारित शिकायतों का निराकरण करें आगामी 23 व 24 दिसंबर को शिविर लगाकर शिकायतों का शत प्रतिशत निराकरण भी कराएं जिन विभागीय अधिकारियों की प्रगति न्यून होगी उनकी वेतनवृद्धि रोकने की कार्रवाई की जाएगी|
क्यों आती है ऐसी नौबत?
दरअसल सीएम हेल्प लाइन को आज के समय में खुद हेल्प की जरूरत है चार लेवल की बाद में शिकायत अपने आप अधिकारियों के द्वारा फोर्स क्लोज़ कर दी जाती है जिससे कि शिकायतकर्ता परेशान होता रहता है अगर फोर्स क्लोज़ नहीं भी की जाती तो शिकायतकर्ता को धमकी देकर परेशान कर शिकायत को बंद करवाने का प्रयास सरकारी अधिकारियों के द्वारा किया जाता है ऐसे कई मामले सामने आ चूके हैं इसके लिए अगर वरीष्ठ अधिकारियों के द्वारा समय समय पर मॉनीटरिंग की जाए तो काफी बेहतर परिणाम आ सकते हैं लेकिन मॉनीटरिंग की कमी होने के कारण लगातार शिकायतों के निराकरण में लापरवाही बरती जा रही है|
जल्द लागू होगा गुजरात मॉडल
सूत्रों के अनुसार यह भी जानकारी प्राप्त हो रही है कि मध्यप्रदेश कि डॉक्टर मोहन यादव के नेतृत्व वाली सरकार के द्वारा सीएम हेल्पलाइन में आमूलचूल परिवर्तन भी किया जाएगा और गुजरात मॉडल की तर्ज पर इसमें पांच लेवल का सिस्टम बनाया जाएगा जैसे कि अगर चार लेवल के बाद में शिकायत फोर्स क्लोज़ हो जाती है तो गुजरात मॉडल लागू होने के बाद पांचवा लेवल मुख्यमंत्री और उस विभाग के प्रमुख सचिव का होगा और इसी लेवल पर इस शिकायत की मॉनिटरिग स्वयं राज्य के मुख्य सचिव के द्वारा की जाएगी अगर यह मॉडल लागू हो जाता है तो शिकायतों के निराकरण में काफी तेजी आएगी और आम जनता को भी काफी लाभ होगा|