सिंगरौली- बिहार लोक सेवा आयोग के द्वारा आयोजित की गई 32 वीं न्यायिक सेवा परीक्षा में सिंगरौली की बेटी भावना चतुर्वेदी(Bhavana Chaturvedi) ने सफलता का परचम लहराया है बिहार लोक सेवा आयोग के द्वारा आयोजित की गई 32 वीं बिहार न्यायिक सेवा प्रतियोगिता परीक्षा का अंतिम परीक्षाफल जारी कर दिया गया है जिसके मुताबिक भावना चतुर्वेदी ने अपने मेहनत एवं लगन से 14 वां स्थान प्राप्त करके इस परीक्षा को उत्तीर्ण करते हुए जज की कुर्सी पर अपना अधिकार कायम कर लिया है|
458 उम्मीदवारों ने दिया था साक्षात्कार
लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण हुए 458 उम्मीदवारों के द्वारा साक्षात्कार दिया गया था जिसमें कि 153 उम्मीदवारों का चयन किया गया है जिसमें की एक नाम भावना चतुर्वेदी का भी है बताते चलें कि वह लंबे समय से कठोर मेहनत एवं परिश्रम करते हुए तैयारी कर रही थीं और अंत में उन्होंने न केवल सफलता को प्राप्त किया बल्कि अपने परिवार तथा जिले को भी गौरवान्वित महसूस करवाया|
ईस पद पर हुआ है चयन
भावना चतुर्वेदी का चयन विज्ञापन संख्या 2023 – 24 के अंतर्गत और असैनिक न्यायाधीश कनीय कोटि(junior grade civil judge) के पद पर हुआ है चयन होने के उपरांत वह प्रशिक्षण के लिये बिहार न्यायिक प्रशिक्षण अकादमी पटना में जाएंगी और प्रशिक्षण पूर्ण करने के बाद जज की कुर्सी पर बैठ कर मुकदमे की सुनवाई करेंगी|
शैक्षिक पृष्ठभूमि
गौरतलब है कि भावना चतुर्वेदी ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (Banaras Hindu University)से कानून की पढ़ाई पूरी की है इसके बाद वह लगातार विभिन्न न्यायिक सेवा की परीक्षाओं की तैयारियों में जुटी हुई थीं कई परीक्षाओं में उन्हें असफलताएं भी मिलीं लेकिन वह अपनी असफलताओं से हार मानने के बजाय लगातार सीखती रहीं और अंत में वह समय भी आ गया जिसका सपना हर अभ्यर्थी देखता है बताते चलें की भावना चतुर्वेदी अब जज बन चुकी हैं वह सिंगरौली जिले के वैढ़न थाना अंतर्गत गड़हरा गांव के एक धनाढ्य परिवार से आती हैं उनके पिताजी श्री सुशील चतुर्वेदी भारतीय जीवन बीमा निगम(Life Insurance Corporation of India) में वरीष्ठ अभिकर्ता के पद पर कार्यरत हैं इन्होंने भी अपने मधुर व्यवहार से अपनी एक अलग पहचान बनाई है|